पूर्व पीएम स्व0 चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर जनपद स्तरीय भव्य किसान मेला का आयोजन- District level grand farmers fair organized on the birthday of former PM Late Chaudhary Charan Singh.

विधायक हर्रैया, जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी ने फीता काटकर व दीप प्रज्जवलित कर किसान मेले का किया उद्घाटन
किसान भाई मोटे अनाज की खेती करें, जिससे लोगों की सेहत सुधरने के साथ ही किसान भाइयों का भी लाभ हो-अजय सिंह, विधायक हर्रैया
किसानों के लिए सरकार द्वारा तमाम लाभप्रद योजनाएं संचालित-संजय चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष
डेयरी, पशुपालन, सब्जी की खेती, मोटे अनाज की खेती, प्राकृतिक खेती आदि के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले किसानों को किया गया पुरस्कृत
कृषि सखियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया
कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 वी0बी0सिंह एवं डा0 प्रेमशंकर द्वारा कृषकों को दी गयी कृषि से संबंधित नवीनतम जानकारी

      बस्ती। पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर आत्मा योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय भव्य किसान मेला का आयोजन ’’कृषि विज्ञान केन्द्र’’ बन्जरिया, बस्ती में किया गया, जिसका शुभारम्भ विधायक हर्रैया अजय सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी व जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने संयुक्त रूप से फीता काटकर व दीप प्रज्वलित कर किया।
     विधायक हर्रैया ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ जनपद के सभी कृषको को मिले। उन्होने कृषक बन्धुओं से अपील किया है कि किसान भाई मोटे अनाज की खेती करें, जिससे लोगों की सेहत सुधरने के साथ ही किसान भाइयों का भी लाभ हो, मोटा अनाज खाने से ब्लड प्रेशर, शुगर, गठिया आदि तमाम तरह की बीमारियां नहीं होती हैं।
     जिला पंचायत अध्यक्ष ने कृषकों को संबोधित करते हुए बताया कि सरकार द्वारा कृषक हित में अनेक योजनायें संचालित हैं, इस समय किसानों को फ्री में बिजली दी जा रही है। उन्होने पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 चौधरी चरण् सिंह के योगदान की विस्तृत चर्चा किया तथा कृषक हित में लिए गये उनके निर्णयों से किसानों में कैसे समृद्धि आयी इस पर विस्तार से बताया गया।
      जिलाधिकारी ने बताया कि कृषि एवं इसके संवर्गी विभागों द्वारा कृषकों के हित में तमाम योजनायें संचालित हैं, वर्तमान में कृषकों की फार्मर रजिस्ट्री की जा रही है, इससे किसान भाई अपने किसान कार्ड द्वारा के0सी0सी, फसल बीमा, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि तथा सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। उन्होने सुझाव दिया कि किसान भाई कृषि विभाग द्वारा संचालित भूमि परीक्षण प्रयोगशाला में मिट्टी की जांच कराकर ही उर्वरक का प्रयोग करें, जिससे लागत में कमी आयेगी तथा उर्वरक पर निर्भरता भी कम होगी।
     इस अवसर पर कृषि, उद्यान, रेशम, मत्स्य विभाग, फसल बीमा, इफको, कृषि विज्ञान केन्द्र, खाद एवं बीज तथा पशुपालन विभाग से संबंधित स्टॉलों का विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने निरीक्षण किया तथा उन्नतशील कृषि निवेशों, नवीनतम तकनीकी जानकारी एवं शासन द्वारा किसानों के हितार्थ संचालित कृषक उपयोगी विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी कृषकों को दी गयी।  
     इस अवसर पर कृषि समेत उसके संवर्गी जैसे-डेयरी, पशुपालन, सब्जी की खेती, मोटे अनाज की खेती, प्राकृतिक खेती आदि के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले किसानों को पुरस्कृत किया गया, जिसमें 15 कृषकों को प्रथम पुरस्कार, प्रमाण पत्र, अंगवस्त्र के साथ रू0 7000/-, 15 कृषकों को द्वितीय पुरस्कार हेतु प्रमाण पत्र, अंगवस्त्र एवं रू0 5000/- तथा विकास खण्ड स्तर पर 70 कृषकों को प्रथम पुरस्कार हेतु प्रमाण पत्र, अंगवस्त्र एवं रू0 2000/- का पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा कृषि सखियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
     कृषि विज्ञान केन्द्र, बंजरिया के वैज्ञानिक डा0 आर0बी0 सिंह ने बताया कि इस समय गेंहूँ तथा सरसों की बुवाई लगभग पूर्ण हो चुकी है, इस वर्ष बुवाई अन्य वर्षों की अपेक्षा 10-15 दिन पहले हो गयी है, इससे हमारा उत्पादन बढ़ेगा। उन्होने बताया कि सरसों की सिंचाई 35-45 दिन के बाद ही करें, सरसों की कच्ची सिंचाई कदापि न करें, इससे पौधे मजबूत होते हैं। जिनके गेंहूँ की पहली सिंचाई हो चुकी हो वह किसान भाई गेंहूँ में 10 कि0ग्रा0 प्रति एकड़ जिंक की बुवाई अवश्य करें, इसके साथ ही खरपतवार नाशी का पहले प्रयोग कर फिर उर्वरक का प्रयोग करें। इसके साथ ही गेंहूँ/ सरसों में जिंक के साथ माइक्रोन्यूट्रेंट 3 कि0ग्रा0 प्रति एकड़ डालने से पैदावार बढ़ जाती है।
तिलहनी फसलों में 12 कि0ग्रा0 प्रति एकड़ सल्फर का प्रयोग अवश्य करें। सरसों की पहली सिंचाई के उपरान्त 1 बोरी यूरिया प्रति एकड़ प्रयोग करने से उत्पादन अच्छा मिलता है। कृषि विज्ञान केन्द्र के अध्यक्ष डा0 एस0एन0सिंह ने कृषि विभाग तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, बंजरिया द्वारा कृषक हित में किये गये कार्योंध्शोधों के बारे में विस्तार से बताया। इसके अलावा कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 वी0बी0सिंह एवं डा0 प्रेमशंकर द्वारा कृषि से संबंधित नवीनतम जानकारी कृषकों को दी गयी। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 राघवेन्द्र विक्रम सिंह द्वारा मंच के संचालन के साथ कृषि में हुए नवीनतम शोधों एवं अध्ययनों की चर्चा किसान भाइयों के साथ की गयी। उप कृषि निदेशक अशोक कुमार गौतम ने कृषि विभाग एवं संवर्गी विभागों के योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। इसके अलावा मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य, जिला उद्यान निरीक्षक, प्रबंधक-अग्रणी बैंक, बस्ती आदि ने अपने विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी।
इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि हर्रैया सरोज मिश्र एवं अखिलेश सिंह, कप्तानगंज के गुलाब चन्द्र सोनकर, जिला कृषि अधिकारी, जिला  कृषि रक्षा अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, सहायक निदेशक (मृदा परीक्षण/ कल्चर), जिला उद्यान अधिकारी, उप दुग्धशाला अधिकारी, जिला प्रबंधक-लीड बैंक व अधिक संख्या में कृषकगण उपस्थित रहे।

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