अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान विद्या भारती द्वारा सञ्चालित सभी विद्यालय राष्ट्र के प्रति जीना सिखाते हैं-सुरेन्द्र सिंह
2 अक्टूबर को यह संकल्प लेकर कि हम अपने देश को स्वच्छ रख कर माँ भारती को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं-दिनेश नारायण सिंह
इस अवसर पर प्रिन्ट, इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया के पत्रकारों को किया गया सम्मानित
अम्बेडकर नगर। सम्पूर्ण विश्व को शान्ति और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा 'जय जवान - जय किसान' नारे के साथ देश के जवानों और किसानों में राष्ट्र की चेतना जागृत करने वाले भारतीय स्वाभिमान के प्रतीक भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री जी की जयन्ती मनाई गई जिसमे मुख्य अतिथि सुरेन्द्र सिंह (पूर्व व्यवस्थापक एवं अध्यक्ष विद्यालय समिति), विशिष्ट अतिथि दिनेश नारायण सिंह (अध्यक्ष जन शिक्षा परिषद / प्रधानाचार्य जूनियर हाई स्कूल), राजकमल खण्ड संघचालक टाण्डा के कर कमलों द्वारा ध्वजारोहण सम्पन्न हुआ। इसके पश्चात अम्बेडकर नगर के सोशल मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार बन्धुओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र कुमार वर्मा ने आए हुए अतिथियों का परिचय कराया एवं स्वागत किया। आए हुए अतिथियों, पत्रकार बन्धुओं को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने भैया बहनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि 4 जून 1944 को सुभाष चन्द्र बोस ने सिंगापुर रेडियो से एक सन्देश प्रसारित करते हुए महात्मा गांधी को 'देश का पिता' (राष्ट्रपिता) कहकर सम्बोधित किया। बाद में भारत सरकार ने भी इस नाम को मान्यता दे दी। मुख्य अतिथि ने बताया की अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान विद्या भारती द्वारा सञ्चालित सभी विद्यालय राष्ट्र के प्रति जीना सिखाते हैं। भैया बहनों में देशभक्ति का भाव भरने के लिए, श्रेष्ठ आचरण के लिए, नैतिक कर्तव्यों का निर्माण करने के लिए, सामाजिक दायित्व का निर्वहन करने के लिए जो भी जीवन मूल्य की आवश्यकता होती है उन सब को भिन्न-भिन्न कार्यक्रमों के माध्यमों से इन भैया बहनों को अभिसिञ्चित किया जाता है। इस कड़ी में इस जनपद में विवेकानन्द शिशु कुञ्ज सीनियर सेकेण्डरी विद्यालय का एक नाम है जो अग्रणी भूमिका में समाज की अगली पीढ़ी के लिए श्रेष्ठ आचरण के साथ भैया बहनों में अच्छे भावों का अभिसिञ्चन कर रहा है। उन्होंने प्रधानाचार्य की भूमिका को उत्कृष्ट बताते हुए आचार्यों के समर्पण की भी बात कही। उन्होंने कहा कि यह बन्धु अहर्निश चिन्तन केवल भैया बहनों के विकास के लिए ही करते हैं।
विशिष्ट अतिथि ने कहा कि 2 अक्टूबर को यह संकल्प लेकर कि हम अपने देश को स्वच्छ रख कर माँ भारती को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। विद्यालय की कक्षा द्वादश की बहन निष्ठा दुबे ने इस सुअवसर पर आंग्ल भाषा मे व बहन अनुकृति साहू ने हिन्दी भाषा में अपने विचार प्रस्तुत किए।बहन सौम्या व दृष्टि ने उत्कृष्ट आवाज़ में दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल गीत गाकर सभी को आकर्षित किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि महात्मा गांधी ने भारत की आजादी के अलावा और समाज को अहिंसा की राह पर चलना, लोगों को सत्य की राह दिखाने, समाज में हाशिए पर कर दिए गए लोगों को सम्मानजनक जीवन जीने का हक दिलाने में भी बड़ी भूमिका निभाई। प्रारम्भिक जीवन में राजा हरिश्चन्द्र के जीवन को चलचित्र में देखकर व माँ की शिक्षा के प्रभाव से सत्य का अनुसरण का वृत लिया। सत्य अहिंसा के पथ पर चलने के वृत से इस धारणा के अनुयायी बने और संयुक्त राष्ट्र संघ ने इनके जन्म दिवस को 15 जून 2007 को अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित किया। ये दिन हमें गांधी जी के विचारों और उनके द्वारा किए गए संघर्षों को याद करने का अवसर देता है व सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। सम्मानित होने वाले वरिष्ठ पत्रकारों में युसूफ सिद्दीकी,सुनील कुमार शर्मा, कृष्ण कुमार उपाध्याय, कृष्ण कुमार कसौधन, रामकुमार सोनी,ज्ञान प्रकाश पाठक,संजय शर्मा दैनिक नारद चर्चा,ओम शंकर सोनी, कन्हैया प्रसाद मिश्रा..अमर उजाला, राजेश तिवारी, नूर आलम, कृष्ण कुमार तिवारी, सरफराज अहमद, अशफाक अहमद, ओम शंकर सोनी, दानिश मेहंदी, आदि प्रमुख रहे। प्रधानाचार्य ने इन सब का स्वागत अभिनन्दन मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि के द्वारा सम्पन्न कराया एवं संघचालक राजकमल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य सुधीर कुमार पाण्डेय ने किया।
2 अक्टूबर को यह संकल्प लेकर कि हम अपने देश को स्वच्छ रख कर माँ भारती को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं-दिनेश नारायण सिंह
इस अवसर पर प्रिन्ट, इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया के पत्रकारों को किया गया सम्मानित
अम्बेडकर नगर। सम्पूर्ण विश्व को शान्ति और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा 'जय जवान - जय किसान' नारे के साथ देश के जवानों और किसानों में राष्ट्र की चेतना जागृत करने वाले भारतीय स्वाभिमान के प्रतीक भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री जी की जयन्ती मनाई गई जिसमे मुख्य अतिथि सुरेन्द्र सिंह (पूर्व व्यवस्थापक एवं अध्यक्ष विद्यालय समिति), विशिष्ट अतिथि दिनेश नारायण सिंह (अध्यक्ष जन शिक्षा परिषद / प्रधानाचार्य जूनियर हाई स्कूल), राजकमल खण्ड संघचालक टाण्डा के कर कमलों द्वारा ध्वजारोहण सम्पन्न हुआ। इसके पश्चात अम्बेडकर नगर के सोशल मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार बन्धुओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र कुमार वर्मा ने आए हुए अतिथियों का परिचय कराया एवं स्वागत किया। आए हुए अतिथियों, पत्रकार बन्धुओं को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने भैया बहनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि 4 जून 1944 को सुभाष चन्द्र बोस ने सिंगापुर रेडियो से एक सन्देश प्रसारित करते हुए महात्मा गांधी को 'देश का पिता' (राष्ट्रपिता) कहकर सम्बोधित किया। बाद में भारत सरकार ने भी इस नाम को मान्यता दे दी। मुख्य अतिथि ने बताया की अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान विद्या भारती द्वारा सञ्चालित सभी विद्यालय राष्ट्र के प्रति जीना सिखाते हैं। भैया बहनों में देशभक्ति का भाव भरने के लिए, श्रेष्ठ आचरण के लिए, नैतिक कर्तव्यों का निर्माण करने के लिए, सामाजिक दायित्व का निर्वहन करने के लिए जो भी जीवन मूल्य की आवश्यकता होती है उन सब को भिन्न-भिन्न कार्यक्रमों के माध्यमों से इन भैया बहनों को अभिसिञ्चित किया जाता है। इस कड़ी में इस जनपद में विवेकानन्द शिशु कुञ्ज सीनियर सेकेण्डरी विद्यालय का एक नाम है जो अग्रणी भूमिका में समाज की अगली पीढ़ी के लिए श्रेष्ठ आचरण के साथ भैया बहनों में अच्छे भावों का अभिसिञ्चन कर रहा है। उन्होंने प्रधानाचार्य की भूमिका को उत्कृष्ट बताते हुए आचार्यों के समर्पण की भी बात कही। उन्होंने कहा कि यह बन्धु अहर्निश चिन्तन केवल भैया बहनों के विकास के लिए ही करते हैं।
विशिष्ट अतिथि ने कहा कि 2 अक्टूबर को यह संकल्प लेकर कि हम अपने देश को स्वच्छ रख कर माँ भारती को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। विद्यालय की कक्षा द्वादश की बहन निष्ठा दुबे ने इस सुअवसर पर आंग्ल भाषा मे व बहन अनुकृति साहू ने हिन्दी भाषा में अपने विचार प्रस्तुत किए।बहन सौम्या व दृष्टि ने उत्कृष्ट आवाज़ में दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल गीत गाकर सभी को आकर्षित किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि महात्मा गांधी ने भारत की आजादी के अलावा और समाज को अहिंसा की राह पर चलना, लोगों को सत्य की राह दिखाने, समाज में हाशिए पर कर दिए गए लोगों को सम्मानजनक जीवन जीने का हक दिलाने में भी बड़ी भूमिका निभाई। प्रारम्भिक जीवन में राजा हरिश्चन्द्र के जीवन को चलचित्र में देखकर व माँ की शिक्षा के प्रभाव से सत्य का अनुसरण का वृत लिया। सत्य अहिंसा के पथ पर चलने के वृत से इस धारणा के अनुयायी बने और संयुक्त राष्ट्र संघ ने इनके जन्म दिवस को 15 जून 2007 को अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित किया। ये दिन हमें गांधी जी के विचारों और उनके द्वारा किए गए संघर्षों को याद करने का अवसर देता है व सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। सम्मानित होने वाले वरिष्ठ पत्रकारों में युसूफ सिद्दीकी,सुनील कुमार शर्मा, कृष्ण कुमार उपाध्याय, कृष्ण कुमार कसौधन, रामकुमार सोनी,ज्ञान प्रकाश पाठक,संजय शर्मा दैनिक नारद चर्चा,ओम शंकर सोनी, कन्हैया प्रसाद मिश्रा..अमर उजाला, राजेश तिवारी, नूर आलम, कृष्ण कुमार तिवारी, सरफराज अहमद, अशफाक अहमद, ओम शंकर सोनी, दानिश मेहंदी, आदि प्रमुख रहे। प्रधानाचार्य ने इन सब का स्वागत अभिनन्दन मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि के द्वारा सम्पन्न कराया एवं संघचालक राजकमल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य सुधीर कुमार पाण्डेय ने किया।
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