खेलकूद से छात्र-छात्राओं का होता है सर्वांगीण विकास- जिलाधिकारी -Sports leads to overall development of students - D.M.

विवेकानन्द शिशु कुञ्ज सीनियर सेकेण्डरी स्कूल एनटीपीसी टाण्डा में भारतीय शिक्षा समिति द्वारा आयोजित 35 वें प्रान्तीय खेलकूद समारोह का उद्घाटन
      अंबेडकरनगर। विवेकानन्द शिशु कुञ्ज सीनियर सेकेण्डरी स्कूल एनटीपीसी टाण्डा में भारतीय शिक्षा समिति द्वारा आयोजित 35 वें प्रान्तीय खेलकूद समारोह के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी अविनाश सिंह एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में एनटीपीसी टाण्डा के अधिशाषी निदेशक अशेष कुमार चट्टोपाध्याय , मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय शिक्षा समिति उत्तर प्रदेश के प्रदेश निरीक्षक रामजी सिंह, विशिष्ट अतिथि के रूप में सीतापुर सम्भाग के सम्भाग निरीक्षक सुरेश सिंह, साकेत सम्भाग के सम्भाग निरीक्षक अवरीश कुमार, एनटीपीसी टाण्डा के महाप्रबन्धक (मानव संसाधन) रजनीश खेतान, उपमहाप्रबंधक (मानव संसाधन) एनटीपीसी टांडा अनुराग सिन्हा, सच्चिदानंद पांडे  एवं विद्या भारती के पूर्ण कालिक संस्कृति बोध परियोजना के प्रमुख उत्तम कुमार मिश्रा, विद्यालय के प्रबन्धक अखण्ड प्रताप सिंह, अध्यक्ष अंजनी कुमार वर्मा तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र कुमार वर्मा एवं अम्बेडकर नगर संकुल के संकुल प्रमुख राजेन्द्र सिंह, संकुल अम्बेडकर नगर के समस्त प्रधानाचार्य, विद्यालय के समस्त आचार्य, छात्र- छात्राओं के साथ आए संरक्षक एवं निर्णायक आचार्य एवं आचार्या उपस्थित रहे ।
     समारोह में  जिलाधिकारी ने अपने वक्तव्य में छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास एवं खेलकूद का उनके जीवन में महत्व के बारे में बताते हुए जनपद स्तर से छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए हर सम्भव सहायता के लिए आश्वासन दिया ।
उन्होंने यह भी बताया की समाज में फैले जाति-पांति एवं ऊंच- नीच के भेदभाव को मिटा कर हमें प्रधानमंत्री द्वारा 2047 तक विकसित भारत की जो परिकल्पना है, उसको सफल बनाने में हम कदम मिलाकर चलें। देश के हित के बारे में कार्य करें एवं सोचे इसी में पूरे देश का कल्याण है। कहा कि एक समय था जब हमारा देश सोने की चिड़िया कहलाता था,वैसा हम पुनः बन सकें।कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी द्वारा हरी झण्डी दिखाकर किया गया।
     कार्यक्रम अध्यक्ष द्वारा भैया- बहनों में नैतिकता के विकास एवं उत्तम शिक्षा के लिए विद्या भारती को धन्यवाद देते हुए बताया कि वह स्वयं भी विद्या भारती के पूर्व में विद्यार्थी रहे। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों के अन्दर नैतिक मूल्यों का विकास उनके जीवन में परम आवश्यक है, जिसके लिए विद्या भारती पूरी तरह तत्पर है।  इस समारोह में छात्र 271, छात्राएं 215, संरक्षक आचार्य 29, आचार्या 22 कुल संख्या 537 अन्य व्यवस्था में 43 स्थानीय आचार्यों का भी सहयोग रहा।
      इस प्रतियोगिता में विभिन्न प्रकार के खेलों का आयोजन होना है जिसमें दौड़, लम्बी कूद, ऊंची कूद, भाला फेंक, हैमर फेंक, चक्का फेंक बाधा दौड़ आदि विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं इस त्रि दिवसीय समारोह में सम्पन्न होंगी।

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