बस्ती। समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय ‘सुदामा’ ने खण्ड शिक्षा अधिकारी हर्रैया बड़कऊ बर्मा के हर्रैया से गौर स्थानान्तरण आदेश के क्रम में अब तक ब्लाक का कार्यभार न छोडे जाने को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है।
उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित जनपद के अन्य उच्चाधिकारियों को आगाह करते हुए चेतावनी दिया है कि यदि 12 सितम्बर तक खण्ड शिक्षा हर्रैया से कार्यभार नहीं लिया गया तो वो 13 सितम्बर को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर एक दिवसीय अनशन उपरान्त आत्मदाह करेंगे। अब देखना होगा कि जिला प्रशासन 30 अगस्त के स्थानांतरण आदेश का तत्काल अनुपालन करायेगा या 12 जुलाई 2018 की भांति घटना घटित होने का इंतजार करेगा । विदित हो कि कथनी करनी में अंतर न रखते हुए चन्द्रमणि पाण्डेय जो ठान लेते हैं उसे करके दिखाते हैं ।
बताते चलें कि समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय विगत समय में तटबंध विहीन गांवों में बांध निर्माण की अपनी वर्षों पुरानी मांग पर अमल न होने की दशा में अपने अल्टीमेटम के क्रम में उफनाती घाघरा में कूद गये थे जिन्हें काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने निकाल कर सीएचसी हर्रैया पहुंचाया था जहां से वो जिला अस्पताल होते हुए मेडिकल कालेज लखनऊ रेफर हुए थे तत्पश्चात उनके मांग के क्रम में बांध निर्माण व अन्य कार्य में तेजी आई थी इसके पूर्व उन्होंने टूटे अमहट पुल निर्माण हेतु 23 दिनों तक आमरण अनशन किया था इस दौरान उन्हें दो बार बेहोशी की अवस्था में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था।
अब जबकि उनके चार माह के अथक प्रयास के बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी हर्रैया का स्थानांतरण 30 अगस्त को हर्रैया से गौर किया जा चुका है तब भी खण्ड शिक्षा अधिकारी हर्रैया नहीं छोड़ रहे हैं । ऐसे में चन्द्रमणि पाण्डेय ‘सुदामा’ ने आत्मदाह कर लेने की चेतावनी दे दिया है।
उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित जनपद के अन्य उच्चाधिकारियों को आगाह करते हुए चेतावनी दिया है कि यदि 12 सितम्बर तक खण्ड शिक्षा हर्रैया से कार्यभार नहीं लिया गया तो वो 13 सितम्बर को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर एक दिवसीय अनशन उपरान्त आत्मदाह करेंगे। अब देखना होगा कि जिला प्रशासन 30 अगस्त के स्थानांतरण आदेश का तत्काल अनुपालन करायेगा या 12 जुलाई 2018 की भांति घटना घटित होने का इंतजार करेगा । विदित हो कि कथनी करनी में अंतर न रखते हुए चन्द्रमणि पाण्डेय जो ठान लेते हैं उसे करके दिखाते हैं ।
बताते चलें कि समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय विगत समय में तटबंध विहीन गांवों में बांध निर्माण की अपनी वर्षों पुरानी मांग पर अमल न होने की दशा में अपने अल्टीमेटम के क्रम में उफनाती घाघरा में कूद गये थे जिन्हें काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने निकाल कर सीएचसी हर्रैया पहुंचाया था जहां से वो जिला अस्पताल होते हुए मेडिकल कालेज लखनऊ रेफर हुए थे तत्पश्चात उनके मांग के क्रम में बांध निर्माण व अन्य कार्य में तेजी आई थी इसके पूर्व उन्होंने टूटे अमहट पुल निर्माण हेतु 23 दिनों तक आमरण अनशन किया था इस दौरान उन्हें दो बार बेहोशी की अवस्था में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था।
अब जबकि उनके चार माह के अथक प्रयास के बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी हर्रैया का स्थानांतरण 30 अगस्त को हर्रैया से गौर किया जा चुका है तब भी खण्ड शिक्षा अधिकारी हर्रैया नहीं छोड़ रहे हैं । ऐसे में चन्द्रमणि पाण्डेय ‘सुदामा’ ने आत्मदाह कर लेने की चेतावनी दे दिया है।
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