अभियुक्त ने अज्ञात लड़की बनकर अपने गलत उद्देश्य व बदले की भावना से किया कार्य
IT-ACT व BNS में अभियोग पंजीकृत
अम्बेडकर नगर। दिनांक 14.09.2024 को रात्रि 9 बजे आम जनमानस के माध्यम से सूचना मिली कि महामाया मेडिकल कॉलेज में किसी अज्ञात लड़की ने एक ईमेल आईडी से कॉलेज प्रशासन की इंटरनल कंप्लेंट्स कमिटी से शारीरिक शोषण की शिकायत की है। कॉलेज प्रशासन द्वारा लगभग दो दिन से उक्त कंप्लेंट की जांच की जा रही है व कमेटी द्वारा सभी संबंधित लड़कियों से वार्ता कर 14.09.2024 को अपनी रिपोर्ट तैयार की है। प्राप्त अभिसूचना पर स्थानीय पुलिस द्वारा स्वतः संज्ञान लेकर प्रकरण में एक पुलिस जाँच टीम का क्षेत्राधिकारी टाण्डा के नेतृत्व में गठन किया गया।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को सभी डीएमएलटी 2021-22 बैच की छात्राओं को एकत्रित कर उनसे वार्ता करने के लिए महिला अधिकारी के अधीन टीम बनाकर पूछताछ करने के लिए बताया गया । प्राप्त जीमेल आईडी का मोबाइल नंबर व केवाईसी की जानकारी हेतु रिपोर्ट भेज दी गई है। उक्त घटना पर प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज द्वारा उपलब्ध कराई गई तहरीर पर मुकदमा अपराध संख्या 199/24 पंजीकृत किया जा रहा है। नामित आरोपियों में से 1.प्रज्वल 2.सुधांशु 3.सुजीत 4.कपिल शुक्ला 5. डॉ0 अमोद से गहन पुछताछ की गयी।महामाया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा 15.09.2024 को दी गई तहरीर के आधार पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 199/2024 की जांच के क्रम मे डीएमएलडी 2021-22 बैच की सभी छात्राओं का बयान लिया गया। सभी छात्राओं ने किसी भी प्रकार के शारीरिक शोषण को नकार दिया। इंटरनल कंप्लेंट्स कमिटी के ईमेल पर प्राप्त अज्ञात ईमेल की जांच की गई। कालेज में उपरोक्त आरोपियों को पूर्णरूप से सही पाये गये।
भेजे गये ई-मेल का आइपी-एड्रेस प्राप्त कर यह पाया गया कि उपरोक्त मेल को प्रेषित करने वाला शिवनारायण मौर्य पुत्र रामाश्रय मौर्य निवासी जनपद आजमगढ़ द्वारा किया गया। शिवनारायण डीएमएलडी 2022-23 बैच का छात्र है। उसने यह कृत्य अपने सीनियर से रैगिंग का बदला लेने के लिए किया। अभियुक्त से पूछताछ हेतु पुलिस हिरासत में है। ई-मेल में सभी नामित आरोपी अभियुक्तों को उनके घर वालों की सुपुर्दगी में उनके घर भेज दिया गया। शिवनारायण मौर्या द्वारा उक्त विवरण एक अज्ञात लड़की बनकर अपने गलत उद्देश्य व बदले की भावना की पूर्ति हेतु ऐसा कृत्य किया गया जो अपराध की श्रेणी में आता है। जिसके सम्बन्ध में उपरोक्त पंजीकृत अभियोग को तरमीन कर सुसंगत धाराओं IT-ACT व BNS में पंजीकृत किया गया।
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