सृष्टि का संविधान है वेद -आचार्य महावीर मुमुक्षु -Vedas are the constitution of the universe - Acharya Mahavir Mumukshu

वैदिक धर्म ने दुनिया को सर्वे भवन्तु सुखिनः का सन्देश दिया- ओमप्रकाश आर्य
बस्ती। आर्य समाज नई बाजार बस्ती द्वारा सात दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम के अंतर्गत आज रानी पोखरा मुहल्ले में पूर्व जे ई बुद्धिसागर आर्य के नेतृत्व में यज्ञ और उपदेश का आयोजन किया गया।
    इस अवसर पर पण्डित नेम प्रकाश त्रिपाठी द्वारा वैदिक यज्ञ संपन्न कराया गया जिसमें मुहल्ले के लोगों ने जीवन के कल्याण और पारिवारिक सुख शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए आहुतियां दी।
      इस अवसर पर आचार्य महावीर मुमुक्षु ने बताया कि वेद सृष्टि का संविधान है, इसके अनुकूल जीवन शैली पूरी मानवता के लिए आवश्यक है। परमात्मा ने सृष्टि की रचना करके इसका संविधान दिया उसी का नाम वेद है। यह मनुष्यमात्र के लिए है इस पर सभी मनुष्यों का समान अधिकार है। किसी भी देश के लिए उसके संविधान का पालन करना अनिवार्य होता है उसी प्रकार वेद पूरी मानवता का संविधान है इसका पालन करने से लोगों का जीवन सुखी रहेगा।
    ओम प्रकाश आर्य प्रधान आर्य समाज नई बाजार बस्ती ने कहा कि वेद सबके लिए हैं, इससे ही दुनिया में शान्ति सम्भव है। इस्लाम और ईसाइयत ने लोगों को क्रूरता और बहकाना ही सिखाया है पर वैदिक धर्म ने दुनिया को सर्वे भवन्तु सुखिनः का सन्देश दिया है और पूरी मानवता के एक जीवनी शक्ति के रूप में काम किया है। उन्होंने लोगों से कार्यक्रम में सम्मिलित होने का अनुरोध किया। सायंकालीन सभा में विद्वानों द्वारा वेदों के मंत्रों की व्याख्या करते हुए उसे सरल भाषा में समझाया गया।
     कार्यक्रम में मुख्य रूप से देवव्रत आर्य, राधेश्याम आर्य, आशीष बरनवाल, अजीत पांडे, सुमित कुमार, डॉक्टर चंद्रप्रकाश तिवारी, श्रवण कुमार गौड़, रोहित कुमार, उपेंद्र शर्मा, गणेश आर्य, मनीषा निषाद, मिथलेश देवी, रामरति, अनुपमा अग्रवाल, अंशुमाला बरनवाल, उर्मिला देवी, प्रमोद गुप्ता, दिलीप कुमार, आदि सम्मिलित रहे।
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