नन्हे कलाकारों के घुघुरूओं ने वशिष्ठ की भूमि को किया नृत्यमयी - Ghughurus of small artists made the land of Vashishtha dance

नृत्य धाम के दो माह के शिविर का समापन, बच्चों ने शास्त्रीय विद्या का लिया ज्ञान
बस्ती। नृत्य धाम पर नृत्य धाम डांस एकेडमी द्वारा ग्रीष्मकालीन दो माह तक नृत्य और रूप वस्त्र सज्जा कार्यशाला  का आयोजन किया गया। कार्यशाला के बाद आयोजित प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। नृत्य गुरु मास्टर शिव ने बताया कि विगत दो माह से चल रहे नृत्य विरासत वर्कशॉप को मास्टर शिव, आँशि, शालिनी , आदित्य, आंशी  के कुशल प्रशिक्षण मंे भारतीय संस्कृति और परिधान के लिए प्रशिक्षित किया गया।  इसमे शास्त्रीय विद्या के विभिन्न बारीकियों के गुण सीख रैंप वॉक पर भारतीय प्रधान और संस्कृति को अरिहंत अरु, गौरी प्रजापति तृषा चंद्र तनुष अपर्णा गिरी चंद्र रोज, अवि त्रिपाठी, दृष्टि श्रीवास्तव, समृद्धि, कृष्णा, उत्कर्ष, आश्वी, लाडा, संस्कृति, तनिष्क, वान्या, प्रकृति, समृद्धि, समीक्षा, शगुन, नितेश, ऋषि, मान्या, अथर्व  आदि ने अपना उत्कृष्ण प्रदर्शन किया। सफल प्रतिभागियोें को अतिथियों ने प्रमाण-पत्र और स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका उत्साहवर्धन किया।
मुख्य अतिथि राणा दिनेश प्रताप सिंह, विशिष्ट अतिथि राहुल श्रीवास्तव, शुभम वर्मा ने कहा कि दमकते चेहरों का तेज ताल पर तिरकते नन्हे कलाकारों के घुघुरूआंे ने वशिष्ठ की भूमि को नृत्यमयी कर दिया। इस अवसर पर प्रीति, चंद्रा, अंशिका, निधि श्रीवास्तव, प्रतिमा मिश्रा, सुहानी, भावना, कमलेश, धनुषधारी, हैरी शर्मा, मोहित, आशीष, प्रियंका प्रजापति, साक्षी श्रीवास्तव, श्याम वर्मा  आदि उपस्थित रहे।

और नया पुराने