सरस्वती विद्या मंदिर रामबाग-बस्ती में तीन दिवसीय प्रधानाचार्य कार्ययोजना बैठक का उद्घाटन

संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए कार्य योजना आवश्यक - हेमचंद्र
बस्ती। सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रामबाग-बस्ती में आज शिशु शिक्षा समिति गोरक्ष प्रांत द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रधानाचार्य कार्ययोजना बैठक का उद्घाटन संपन्न हुआ। जिसमें गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, बलिया, आजमगढ़ सहित 10 जिलों के प्रधानाचार्य बन्धु भगिनी बैठक में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विद्या भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री  हेमचंद्र  रहे। मंच पर विद्या भारती गोरक्ष प्रांत के मंत्री  रामनाथ गुप्त तथा सरस्वती विद्या मन्दिर रामबाग बस्ती के प्रबंधक डॉ. सुरेन्द्र प्रताप सिंह की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन, उनके चित्र पर पुष्पार्चन व वन्दना से हुआ। आए हुए अतिथियों का परिचय एवं स्वागत  सरस्वती विद्या मंदिर रामबाग के प्रधानाचार्य  गोविन्द सिंह द्वारा कराया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रान्त परीक्षा प्रमुख  दिवाकर ने किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रशिक्षण प्रमुख  दिनेश, क्षेत्रीय सेवा शिक्षा संयोजक योगेश, क्षेत्रीय संस्कृति बोध परियोजना प्रमुख राजकुमार, क्षेत्रीय खेलकूद एवं शारीरिक प्रमुख जगदीश, क्षेत्रीय सीमा सेवा शिक्षण प्रमुख राघव कुमार, प्रांतीय सेवा शिक्षण प्रमुख अर्जुन प्रसाद, गोरक्ष प्रांत के प्रदेश निरीक्षक राम सिंह, संभाग निरीक्षक बलिया संभाग कन्हैया चौबे आदि भी उपस्थित रहे। विद्यालय के भैया आशुतोष द्वारा एक एकल गीत 'निर्माणों के पावन युग में, हम चरित्र निर्माण न भूलें ' भी प्रस्तुत किया गया।
अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि हेमचंद्र ने कहा कि ऐसी बैठकों में हम हर बार गत वर्ष की योजनाओं की समीक्षा करते हैं और अगले सत्र की योजना बनाते हैं। किसी भी कार्य की सिद्धि के लिए हमें बार - बार उसका स्मरण करना होगा। जिस प्रकार एक विद्यार्थी जीवन में सफल होने के लिए अपना लक्ष्य बनाता है और उसका क्रियान्वयन करके सफलता प्राप्त करता है, उसी प्रकार किसी संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए योजना बनाई जाती है। इसके लिए छात्रों, अभिभावकों, आचार्यों, पूर्व छात्रों व प्रबंध समिति से सम्पर्क करके व उनके साथ बैठकर वर्ष भर की विस्तृत योजना बनानी चाहिए। इसी कार्ययोजना के आधार पर हम वर्ष भर का बजट बनाते हैं। कार्यक्रम के अन्त में विद्यालय के प्रबंधक डॉ. सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने आगंतुक अतिथियों और प्रधानाचार्य बन्धुओं के प्रति आभार व्यक्त किया।

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