रमज़ान के पाक महीने में गरीब, असहायों की मदद करने वालों का ही रोजा कुबूल होता है--- मौलाना कलीम अशरफ

किछौछा/ अम्बेडकर नगर। सोमवार शाम चांद का दीदार होते ही मंगलवार से रमजान का महीना शुरू हो गया बच्चों से लेकर बुजुर्गों ने उत्साह के साथ रोजा रखा सहरी करके रोजे की नियत के साथ दिन की शुरूआत की गई। मस्जिदों में नमाज अदा करके रोजेदारों ने अमन-ओ-अमान की दुआ मांगी वही रोजेदारों को ज्यादा से ज्यादा नेकियां कमाने का संदेश देते हुए मौलाना कलीम अशरफ ने कहा रमजान के पाक महीने में रोजेदार पर अल्लाह का खास करम होता है। यह महीना नेकियां कमाने का है। रोजेदारों के लिए यह महीना इबादत के जरिए गुनाहों से तौबा करने का महीना है। उन्होंने कहा कि रमजान में हमें गरीबों, जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए। आगे उन्होंने कहा रमज़ान के पाक महीने में गरीब असहायों की मदद करने वालों का ही रोजा कुबूल होता है। उन्होंने नमाज़ का महत्व बताते हुए कहा कि अल्लाह का फरमान है कि नेक बनो। अल्लाह को राजी करना है। तो अच्छाइयों को अपनाओ। नमाज व रोजा हर मुसलमान पर फर्ज है। रोजा तथा नमाज़ पढ़ने से इंसान नेकियां कमाता है।
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