मरीज आपरेशन के लिए प्राइवेट अस्पतालों के लाखों का खर्च उठाने में था असमर्थ,
डॉ0 सौरभ द्विवेदी के नेतृत्व में डाक्टरों की टीम द्वारा साढ़े तीन घंटे तक चला ऑपरेशन
बस्ती। बस्ती जिले के सोनहा थाना क्षेत्र की 70 वर्षीया प्यारी देवी करीब दो महीने से घुटने के दर्द से परेशान थी। कई सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों मे दिखाने के बाद उसका एमआरआई जांच कराया गया तो उसका लिंगामेंट टूटा और घुटना घिसा हुआ पाया गया। उसे आपरेशन की सलाह दी गई। प्राइवेट अस्पतालों द्वारा इसमें सवा लाख से डेढ़ लाख रुपए का खर्चा बताया गया। मरीज गरीबी के कारण ये खर्चा जुटने में असमर्थ था। उसके पास आयुष्मान कार्ड भी नही था।
मरीज के परिजन महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज (कैली अस्पताल) के आर्थोपेडिक सर्जन डा0 सौरभ द्विवेदी के सम्पर्क में आए, जो इस तरह के सैकड़ों केस अपने आगरा और बस्ती मेडिकल कॉलेज की सेवा के दौरान सफलता पूर्वक कर चुके हैं। उम्र ज्यादा होने और कई तरह के अन्य रोगों जैसे मधुमेह, थायराइड, दमा तथा सांस की बीमारी से ग्रसित होने के कारण ये आपरेशन बहुत पेंचीदा था। मरीज 1 सितम्बर 2023 को कैली अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 15 दिनों तक उसकी अनेक जांचें और चिकित्सा करने के बाद आपरेशन लायक बन पाया। किसी न किसी विसंगति के कारण कई बार आपरेशन की तिथि बदलनी पड़ी।
आर्थोपेडिक सर्जन डा0 सौरभ द्विवेदी के नेतृत्व में दिनाँक 18 सितम्बर को साढ़े तीन घंटे के लम्बे समय तक चले इस आपरेशन को अंजाम दिया गया । इस टीम में एनीस्थीसिया के विभागाध्यक्ष डा. अभिषेक बरनवाल, डा. मनोज, डा. भूमिका और डा. विवेक ने मरीज की निश्चेतन किया था। आर्थोपेडिक डाक्टरों का नेतृत्व डा. सौरभ द्विवेदी ने किया। जिसमें इस विभाग के जेआर डा. पवन ने भी सहयोग किया।
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