अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जनपद न्यायालय के न्यायिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण द्वारा किया गया योग

नियमित प्राणायाम, योगाभ्यास व शारीरिक अभ्यास करते रहना चाहिये योग से न केवल हमें शारीरिक समस्याओं के निदान हेतु लाभ होता है बल्कि मानसिक समस्याओं से लड़ने में भी सहायता मिलती है-आशीष वर्मा, प्रभारी जनपद न्यायाधीश
अम्बेडकर नगर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली, एवं उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर के तत्वाधान में 09 वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर  आशीष वर्मा, प्रभारी जनपद न्यायाधीश के आदेशानुसार एवं कमलेश कुमार मौर्य, अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर के देखरेख में जनपद न्यायालय परिसर (लिटिगेट शेड) में अम्बेडकरनगर में 21 जून को समय 06ः30 बजे से आयुष मंत्रालय द्वारा निर्गत प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुये योग शिविर का आयोजन किया गया।इस 09वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस में जनपद न्यायालय के न्यायिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण द्वारा योग शिविर में प्रतिभाग कर योग किया गया। इस अवसर पर आशीष वर्मा, प्रभारी जनपद न्यायाधीश द्वारा उपस्थित सभी को बताया गया कि कोविड- 19 जैसी वैश्विक महामारी को योग के द्वारा हराने व निरोगी एवं स्वस्थ जीवन यापन हेतु योग के महत्व बेहद बढ़ जाता है एवं हमें नियमित प्राणायाम, योगाभ्यास व शारीरिक अभ्यास करते रहना चाहिये योग से न केवल हमें शारीरिक समस्याओं के निदान हेतु लाभ होता है बल्कि मानसिक समस्याओं से लड़ने में भी सहायता मिलती है।इसके अतिरिक्त उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार कमलेश कुमार मौर्य, अपर जिला जज / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर द्वारा जिला कारागार अम्बेडकरनगर में आयोजित योग शिविर में रमेश राम त्रिपाठी, चीफ लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल, अम्बेडकरनरनगर जेल अधिकारी जेल कर्मचारीगण एवं जेल बन्दियों के साथ योग प्रशिक्षक के सहयोग से योगाभ्यास किया गया। कमलेश कुमार मौर्य सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अम्बेडकरनगर द्वारा बताया गया कि भारत को योग गुरू कहा जाता है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिये योग अत्यंत लाभकारी है योगाभ्यास शरीर को रोगमुक्त रखता है एवं मन को शांति देता है भारत में प्राचीन काल से ही योगाभ्यास किया जा रहा है एवं इसका प्रसार अब विदेशों में भी हो रहा है एवं इसका श्रेय देश के योग गुरुओं को जाता है। भारत के प्रधानमंत्री द्वारा 27 सितम्बर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में विश्व के तमाम देशों से योग दिवस को मनाने का आह्वान किया एवं महासभा द्वारा प्रधानमंत्री के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया एवं वर्ष 2015 में 21 जून को प्रथम बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया गया, वर्ष 2023 की थीम वसुधैव कुटुंबकन के लिये योग है। अशोक कुमार वर्मा, योग प्रशिक्षक क्षेत्रीय आर्युवेदिक एवं यूनानी विभाग अम्बेडकरनगर द्वारा जनपद न्यायालय में आयोजित योग महोत्सव में सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण एवं जनपद न्यायालय के उपस्थित कर्मचारियों को योगाभ्यास कराया गया।

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