- फाइलेरिया से बचाव की दवा की समझी अहमियत, आशा के घर जाकर दवा सेवन कर रहे लोग
- आशा कार्यकर्ताओं की टीम खिला रही दवा तो पर्यवेक्षकों की टीम कर रही सहयोग
संतकबीरनगर। फाइलेरिया जैसी लाइलाज बीमारी को समाप्त करने के लिए सामूहिक दवा सेवन ( एमडीए ) कार्यक्रम को लेकर लोगों के अन्दर जागरुकता बढ़ी है। गांव और मोहल्लों में चल रहे इस अभियान में लोग आशा कार्यकर्ताओं के घरों पर जाकर भीदवाओं का सेवन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब दवा ही फाइलेरिया से बचाव का तरीका है तो इसे खाने से हम परहेज क्यों करें। वहीं पर्यवेक्षकों की टीम आशा कार्यकर्ताओं का पूरा सहयोग कर रही है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वेक्टर बार्न डिजीज डॉ वी पी पाण्डेय ने बताया कि पूरे जनपद में 2000 से अधिक टीम लोगों को एमडीए के तहत दवा खिलाने का काम कर रही है। शासन व प्रशासन के प्रयासों का यह नतीजा है कि इस बार लोग फाइलेरिया जैसी बीमारी को लेकर अधिक जागरुक हुए हैं। पर्यवेक्षण में लगाए गए स्वास्थ्य कर्मी यह बता रहे हैं कि अभी तक कहीं से भी दवा के प्रतिकूल प्रभाव की बात सामने नहीं आई है, वहीं दूसरी तरफ किसी भी क्षेत्र में लोगों ने दवा को खाने से इनकार नहीं किया।
खलीलाबाद ब्लाक क्षेत्र की आशा संगिनी सरोज यादव बताती हैं कि उनके कार्यक्षेत्र चकदहीं, गिरधरपुर, एकमा, गौसपुर व अन्य गांवों में लोगों के अन्दर फाइलेरिया को लेकर जागरुकता देखने को मिली है। आशा कार्यकर्ताओं ने बताया है कि किसी भी घर में लोगों ने फाइलेरिया की दवा खाने से इनकार नहीं किया। यही नहीं कुछ लोग तो दवा खाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं के घर पहुंच गए। उनको दवा खिलाई गयी तथा यह भी बताया गया कि आशा कार्यकर्ता सभी के दरवाजे पर पहुंचेंगी और दवा खिलाएंगी। इसके लिए कहीं भटकने की जरुरत नहीं है। परिवाररजिस्टर के क्रम के हिसाब से आशा कार्यकर्ता सभी के घर पहुंचकर उनको दवा खिलाएंगी।
प्रतिकूल प्रभाव की स्थिति में करें आरआरटी से सम्पर्क
जिला मलेरिया अधिकारी राम सिंह ने बताया कि अभियान के दौरान सामने आने वाले दवा के प्रतिकूल प्रभाव की निगरानी के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम बनाई गयी है। इस टीम में जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ आर पी मौर्या, एपीडेमियोलाजिस्ट (जिला महामारी रोग विशेषज्ञ ) डॉ मुबारक अली, चीफ फार्मासिस्ट सत्यव्रत त्रिपाठी, अवधेश कुमार तथा रमेश कुमार मिश्रा शामिल हैं। इन लोगों के नाम और मोबाइल नम्बर सभी आशा कार्यकर्ताओं के पास हैं। किसी प्रतिकूल प्रभाव की स्थिति में उनसे सम्पर्क किया जा सकता है।
हर घर पहुंचेगी आशा कार्यकर्ताओं की टीम
एसीएमओ डॉ पाण्डेय ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं की टीम हर घर पर पहुंचेगी, किसी को भी दवा से वंचित नहीं किया जाएगा। हर व्यक्ति को दवा दी जाएगी। एक दिन में एक टीम 25 घरों को कवर करेगी तथा बुधवार, शनिवार को छोड़कर हर रोज यह अभियान चलाया जाएगा। छूटे हुए लोगों को दवा खिलाने के लिए माप अप राउण्ड भी चलेगा।
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