दृश्यों के माध्यम से सीखने से न केवल समझ बढ़ती है बल्कि छात्रों की रिफ्लेक्शन शक्ति भी बढ़ती है -संजय कुमार सिंह, मुख्य महाप्रबंधक
अम्बेडकर नगर। एनटीपीसी टांडा द्वारा नैगमिक सामाजिक दायित्व के अन्तर्गत आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में बेसिक प्राईमरी थर्मल, कटरिया, प्राईमरी स्कूल, मखदूमनगर, एवं प्राईमरी स्कूल, महरीपुर में फिल्म बेस्ड टीचिंग मेथडोलोजी (एफबीटीएम) का उद्घाटन संजय कुमार सिंह, मुख्य महाप्रबंधक द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री सिंह ने अपना उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि आज हम इस स्कूल में फिल्म आधारित शिक्षण पद्धति का उद्घाटन कर रहे हैं। दो साल के कोविड-19 महामारी ने हमें शिक्षा में मल्टीमीडिया के उपयोग का महत्व सिखाया है। एफबीटीएम की फिल्म आधारित शिक्षण पद्धति उन इंटरेक्टिव तरीकों में से एक है जिसमें छात्र अपनी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं और चीजो को बेहतर याद रख सकते हैं।साथ ही एस.एन. पाणिग्राही, महाप्रबंधक (मानव संसाधन) ने कहा कि दृश्यों के माध्यम से सीखने से न केवल समझ बढ़ती है बल्कि छात्रों की रिफ्लेक्शन शक्ति भी बढ़ती है। मुझे विश्वास है कि एफबीटीएम का उपयोग करने से इस स्कूल के छात्रों को लाभ होगा और उन्हें अधिक रचनात्मक और बुद्धिमान व्यक्तियों के रूप में आकार मिलेगा। मैं शिक्षकों से आग्रह करूंगा कि वे पूरी तरह से इस पद्धति को समझने के लिए समय दें कि वे छात्रों को सर्वोत्तम संभव तरीके से पढ़ाने के लिए एफबीटीएम का उपयोग कैसे कर सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत में बेसिक प्राईमरी थर्मल, कटरिया, की प्रधानाचार्या श्रीमती नीरा तिवारी ने इसी संदर्भ में विद्यार्थियों से भी इस पद्धति पर ध्यान देने का आग्रह किया। उन्होनें एनटीपीसी टांडा प्रबंधन द्वारा निरंतर मिलने वाले सहयोग के लिए आभार प्रकट किया तथा विद्यार्थियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि सवाल पूछने में कभी भी संकोच न करें। अपने आप से, अपने सहपाठियों से और अपने शिक्षकों से प्रश्न पूछें। यह आपकी कल्पना को बढ़ावा देगा और आपको जानकार बनाएगा।
कार्यक्रम का सफल संयोजन मानव संसाधन विभाग की उप महाप्रबंधक श्रीमती मृणालिनी एवं सी.एस.आर. अधिकारी एन.ए.शिपो एवं सियासरन द्वारा किया गया।
अम्बेडकर नगर। एनटीपीसी टांडा द्वारा नैगमिक सामाजिक दायित्व के अन्तर्गत आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में बेसिक प्राईमरी थर्मल, कटरिया, प्राईमरी स्कूल, मखदूमनगर, एवं प्राईमरी स्कूल, महरीपुर में फिल्म बेस्ड टीचिंग मेथडोलोजी (एफबीटीएम) का उद्घाटन संजय कुमार सिंह, मुख्य महाप्रबंधक द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री सिंह ने अपना उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि आज हम इस स्कूल में फिल्म आधारित शिक्षण पद्धति का उद्घाटन कर रहे हैं। दो साल के कोविड-19 महामारी ने हमें शिक्षा में मल्टीमीडिया के उपयोग का महत्व सिखाया है। एफबीटीएम की फिल्म आधारित शिक्षण पद्धति उन इंटरेक्टिव तरीकों में से एक है जिसमें छात्र अपनी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं और चीजो को बेहतर याद रख सकते हैं।साथ ही एस.एन. पाणिग्राही, महाप्रबंधक (मानव संसाधन) ने कहा कि दृश्यों के माध्यम से सीखने से न केवल समझ बढ़ती है बल्कि छात्रों की रिफ्लेक्शन शक्ति भी बढ़ती है। मुझे विश्वास है कि एफबीटीएम का उपयोग करने से इस स्कूल के छात्रों को लाभ होगा और उन्हें अधिक रचनात्मक और बुद्धिमान व्यक्तियों के रूप में आकार मिलेगा। मैं शिक्षकों से आग्रह करूंगा कि वे पूरी तरह से इस पद्धति को समझने के लिए समय दें कि वे छात्रों को सर्वोत्तम संभव तरीके से पढ़ाने के लिए एफबीटीएम का उपयोग कैसे कर सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत में बेसिक प्राईमरी थर्मल, कटरिया, की प्रधानाचार्या श्रीमती नीरा तिवारी ने इसी संदर्भ में विद्यार्थियों से भी इस पद्धति पर ध्यान देने का आग्रह किया। उन्होनें एनटीपीसी टांडा प्रबंधन द्वारा निरंतर मिलने वाले सहयोग के लिए आभार प्रकट किया तथा विद्यार्थियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि सवाल पूछने में कभी भी संकोच न करें। अपने आप से, अपने सहपाठियों से और अपने शिक्षकों से प्रश्न पूछें। यह आपकी कल्पना को बढ़ावा देगा और आपको जानकार बनाएगा।
कार्यक्रम का सफल संयोजन मानव संसाधन विभाग की उप महाप्रबंधक श्रीमती मृणालिनी एवं सी.एस.आर. अधिकारी एन.ए.शिपो एवं सियासरन द्वारा किया गया।
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