परिवर्तन न हुआ तो चुनाव लडूंगी-डा. बबिता शुक्ल
बस्ती। ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ के नारे के साथ बस्ती सदर से कांग्रेस के टिकट की प्रबल दावेदार डॉ0 बबिता शुक्ला ने भरी हुंकार, कहा कि पार्टी नेतृत्व अपने निर्णय पर पुर्नविचार करे। डा. बबिता शुक्ला ने शनिवार को अपने चननी स्थित आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी जी ने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा दिया है। वे निरन्तर जनहित के सवालों को लेकर आम जनता के बीच लगातार सक्रिय है किन्तु नेतृत्व ने उनके योगदान की अनदेखी किया। कहा कि यदि कांग्रेस नेतृत्व ने बस्ती सदर से उनके टिकट पर पुर्नविचार न किया तो वे कार्यकर्ताओं से विचार के बाद स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने पर विचार कर सकती है।
पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुये डा. बबिता शुक्ला ने कांग्रेस के जिला नेतृत्व की कार्य शैली पर सवाल खड़ा करते हुये कहा कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों, प्रदेश प्रभारी आदि ने उन्हें लगातार गुमराह किया और धोखे में रखा। कहा कि उनके पास महिलाओं, ब्राम्हण समाज के साथ ही समाज के विभिन्न वर्गो का अपार समर्थन है और यदि कांग्रेस नेतृत्व ने बस्ती सदर से टिकट पर पुर्नविचार न किया तो वे चुनाव मैंदान में उतरने का निर्णय ले सकती हूं। इसके लिये सीधे तौर पर जिला और प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व जिम्मेदार होगा। कहा कि कांग्रेस को कथनी- करनी में अन्तर नहीं करना चाहिये। महिलाओं को 40 प्रतिशत सीट दिये जाने का वादा पार्टी निभायें। पत्रकारों द्वारा यह पूंछे जाने पर कि यदि कांग्रेस ने टिकट परिवर्तन न किया तो उनकी आगामी रणनीति क्या होगी बबिता शुक्ला ने कहा कि वे जनहित के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहीं है, यह सिलसिला जारी रहेगा। शीघ्र ही वे अपने समर्थकों से गहन विचार के बाद ही कोई अंतिम निर्णय लेंगी।
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