कोविड के खिलाफ टीकाकरण एक सुरक्षा कवच, राज्य सरकार सभी लोगों के टीकाकरण के लिए प्रतिबद्ध- मुख्यमंत्री

प्रधानमंत्री  के नेतृत्व में वैश्विक महामारी कोरोना को समाप्त करने के उद्देश्य
से 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के कोविड टीकाकरण के प्रथम चरण की शुरुआत
लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वैश्विक महामारी कोरोना को समाप्त करने के उद्देश्य से 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के कोविड टीकाकरण के प्रथम चरण की शुरुआत की गयी है। सर्वाधिक एक्टिव केस एवं सर्वाधिक संक्रमण दर वाले 07 जनपदों में कोविड टीकाकरण के लिए नए साॅफ्टवेयर के ट्रायल के साथ, यूथ के लिए इन जनपदों के 85 केन्द्रों में निःशुल्क टीकाकरण कार्य प्रारम्भ हो गया है। अगले 05 दिनों तक इन 07 जनपदों-लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, बरेली व मेरठ में टीकाकरण कार्यक्रम सम्पन्न होगा। इसके बाद प्रत्येक जनपद में 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोगों का निःशुल्क टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम निःशुल्क है और प्रत्येक नागरिक को बिना किसी भेदभाव के कोरोना वैक्सीन लगायी जा रही है। कोविड के खिलाफ टीकाकरण एक सुरक्षा कवच है। राज्य सरकार सभी लोगों के टीकाकरण के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश वैश्विक महामारी कोविड-19 की दूसरी लहर की चपेट में है। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक आबादी वाला प्रदेश है, जहां प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में इस संक्रमण के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी जा रही है। वैश्विक महामारी कोविड-19 दूसरी लहर का संक्रमण इस बार 30 से 50 गुना अधिक है। पहली लहर में प्रदेश में 68,000 एक्टिव केसेज थे, लेकिन आज इनकी संख्या 03 लाख 02 हजार है। प्रदेश में आज नए केसेज की संख्या 30 हजार तथा रिकवरी की संख्या 38 हजार है, जो एक सुखद संकेत है। आप सभी के सहयोग से कोविड के नियंत्रण में सफलता मिल रही है। लेकिन किसी भी स्तर पर लापरवाही या असावधानी न हो। उपचार से महत्वपूर्ण बचाव है। सतर्कता और बचाव से कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का जब पहला केस प्रदेश में आया था, तब टेस्ट, बेड, पी0पी0ई0 किट, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था नहीं थी। किन्तु इस व्यवस्था में व्यापक सुधार करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया गया और कोविड के विरुद्ध सफलतापूर्वक लड़ाई लड़ी गई। उन्होंने कहा कि आज 02 लाख 66 हजार टेस्ट हुए हैं। अब तक 04 करोड़ 10 लाख टेस्ट सम्पन्न किए जा चुके हैं। 65 हजार बेड आॅक्सीजन सुविधा के साथ उपलब्ध हैं। एल-1 से 01 लाख 16 हजार बेड उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री  ने कहा कि यह सही है कि इस लहर में ऑक्सीजन व वेण्टीलेटर की मांग और आवश्यकता बढ़ी है, जिनकी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश में पी0पी0ई0 किट का उत्पादन एम0एस0एम0ई0 इकाइयों द्वारा किया जा रहा है। चीनी मिलों द्वारा सैनिटाइजर का उत्पादन हो रहा है। मास्क की आपूर्ति में महिलाओं व स्वयं सहायता समूहों का सक्रिय योगदान है। राज्य सरकार कोरोना के उपचार व इनसे सम्बन्धित सभी सुविधाओं को और आगे बढ़ाने का कार्य तत्परता के साथ कर रही है। उपकरणों की भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। टेस्ट व बेड की संख्या निरन्तर बढ़ायी जा रही है।

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