नारियों को सम्मान दें इन्हें अबला नही सबला बनाइए - पुष्पा चतुर्वेदी 

(जितेन्द्र पाठक)

सन्तकबीरनगर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रभा ग्रुप की संरक्षिका श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी ने महिला सशक्तिकरण को लेकर समाज मे नारियों के प्रति फैलती कुण्ठाओ को लेकर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत देश संत, ऋषियों और महात्माओं का देश है। आज जितनी भी कुरीतियां फैल रही है इन सबका कारण यह है कि हम सब अपने देव ऋषियों और महापुरुषों के संदेश को दरकिनार करते हुए पाश्चात्य सभ्यता को अंगीकार किया है जो समाज को गलत संदेश दे रहा है। श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी ने वेद और उपनिषदो का व्याख्यान करते हुए बताया कि मनीषियों ने तत्कालीन समाज को चलाने के लिए जो संस्कृति हमे दिया है उसमें नारी समाज को विशिष्ट स्थान प्रदान किया है। यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते तत्र रमन्ते देवता : अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता रमण करते हैं। आज का समाज इसके विपरीत हो गया है नारियो को भोग विलास की वस्तुये मानते है इस दुर्भावना को पुरुषो युवाओ को अपने मनःस्थिति से निकाल देना चाहिए और सबको अपनी बहन बेटी की तरह सम्मान देना चाहिए तथा समाज में नारियों के प्रति फैलती हुईं विषमताओं  को मिटाने के लिए हम सभी को दृढ़ संकल्पित होते हुए कार्य करना पड़ेगा। मैं  पुष्पा चतुर्वेदी संरक्षिका प्रभा ग्रुप इस अंतरराष्ट्रीय महिला सशक्तिकरण दिवस के दिन आप सभी युवाओं, नौजवान, भाइयों, बेटी और बेटों से यह अनुरोध करती हूं कि आप सभी लोग नारियों के प्रति समाज में फैली कुण्ठा से बाहर निकले एवं सभी नारियों को मां बहन बेटी के रुप मे देखें और उनका सम्मान करें।


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