आशा कार्यकर्ताओं की टीम घर-घर जाकर कोरोना से बचाव के लिए दे रही हैं टिप्‍स

संतकबीरनगर। कोरोना वायरस के साथ ही संक्रामक रोगों से बचने के लिए आशा कार्यकर्ताओं की टीम घर घर  दस्‍तक देने के लिए निकल पड़ी है। वे घर घर जाकर न सिर्फ कोरोना से बचने के लिए आवश्‍यक टिप्‍स दे रही हैं, बल्कि बचाव के प्रक्रिया का सार्वजनिक प्रदर्शन करके लोगों को जागरुक भी कर रही हैं। साथ ही साथ इंसेफेलाइटिस से बचाव की जानकारी भी साझा कर रही हैं। पहली बार दस्तक अभियान में इंसेफेलाइटिस के अलावा किसी अन्य बीमारी के प्रति प्रचार-प्रसार जोड़ा गया है। जिले में दस्तक अभियान के साथ-साथ विशेष संचारी रोग अभियान भी चल रहा है जिसमें 11 विभाग मिल कर बेक्टरबोर्न डिजीज के खिलाफ निरोधात्मक कार्यवाही कर रहे हैं।

सीएमओ डॉ0 हरगोविन्‍द सिंह के निर्देशन में जिले के सभी 9 ब्‍लाकों की आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टीम दस्‍तक अभियान के तहत घर घर जाकर लोगों को कोरोना से बचाव के लिए टिप्स देकर जागरूक कर रही हैं।  " कोरोना वायरस से न घबराएँ, खुद बचें और सबको बचाएँ " जैसे जागरुकता के नारों के साथ वे यह बता रही हैं कि कोरोना वायरस एक फ्लू जैसी बीमारी फैलाता है, जिसके लक्षण हैं बुखार, खाँसी और साँस लेने में तकलीफ है। जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि संचारी रोगों के साथ ही कोरोना के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए यह अभियान शुरु किया गया है। गृह भ्रमण के दौरान आशा ऐसे व्यक्तियों की सूचना तत्काल प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को दें, जिन्होंने पिछले 14 दिनों में विदेश यात्रा की हो। प्रभावित व्यक्ति को अगले 14 दिनों के लिए घर के सदस्यों एवं अन्य लोगों के साथ संपर्क सीमित करने और अलग कमरे में सोने की सलाह दें। गृह भ्रमण के दौरान समुदाय आधारित बैठक कर लोगों को क्या करें , क्या न करें के बारे में विस्तार से जानकारी दें। गिरधर पुर उपकेन्‍द्र के चकदही में आशा संगिनी सरोज यादव की अगुवाई में आशा कार्यकर्ता ललिता ने गांव के बच्‍चों और महिलाओं को जरुरत पड़ने पर मास्‍क किस तरह से पहनें, के बारे में बताया । वहीं देवरिया गंगा में आशा संगिनी ललिता व आशा कार्यकर्ता गीता ने भी गांव की महिलाओं को इसके लिए जागरुक किया। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए आवश्‍यक उपाय भी सुझाए गए ।

कोरोना से बचाव के लिए क्या करें

कोरोना वायरस से बचाव के लिए हाथों को बार-बार साबुन और साफ पानी से अच्छी तरह धोएं। खांसते और छींकते समय नाक और मुंह को टिश्‍यू पेपर या रूमाल से ढंकें। इस्तेमाल किए टिश्‍यू पेपर को कूड़ेदान में ही फेंकें। अगर खांसी या बुखार के लक्षण हो या सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत नजदीक के सरकारी अस्पताल पर जाएं। खांसी बुखार या सांस लेने में दिक्कत होने पर और लक्षण समाप्त होने तक घर पर ही आराम करें। लोगों से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखें।

कोरोना से बचने के लिए क्या न करें

कोरोना से बचने के लिए जरुरी एहतियात यह है कि सार्वजनिक और खुले स्थान पर न थूकें। बेवजह अपनी आंखें, नाक या मुँह न छुएं। छूने के बाद हमेशा हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं। खांसी या बुखार के लक्षण होने पर या सांस लेने में तकलीफ होने पर सार्वजनिक स्थानों पर न जाएँ और लोगों से निकट संपर्क न करें तथा सीधे स्‍थानीय स्‍वास्‍थ्‍य इकाई पर जाएं।



 दस्‍तक अभियान के दौरान लोगों को जागरुक करती हुई आशा कार्यकर्ता

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