शिक्षा व जागरुकता से ही रोका जा सकता है बाल दुर्व्‍यापार – सदर विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे







चाइल्‍ड ट्रैफिकिंग रोकने के लिए ही चल रही हैं सरकारी योजनाएं – सीडीओ

खलीलाबाद ब्‍लाक सभागार में बाल दुर्व्‍यापार पर राष्‍ट्रव्‍यापी जन संवाद सम्‍पन्‍न


जितेंद्र पाठक, संवाददाता

संतकबीरनगर। खलीलाबाद विधानसभा के विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी उर्फ जय चौबे ने कहा कि देश के विकास में बालक – बालिकाओं की भूमिका महत्‍वपूर्ण है। लेकिन कुछ स्‍वार्थी तत्‍वों द्वारा भौतिक और आर्थिक लाभ के लिए बालक बालिकाओं का दुर्व्‍यापार करके देश की नींव को कमजोर करने का काम किया जा रहा है। शिक्षा व जागरुकता की बदौलत ही बाल दुर्व्‍यापार को रोका जा सकता है। यह बातें उन्‍होने नोबेल पुरस्‍कार विजेता कैलाश सत्‍यार्थी ट्रस्‍ट के तत्‍वावधान में बाल दुर्व्‍यापार विषय पर खलीलाबाद ब्‍लाक के सभागार में आयोजित राष्‍ट्रव्‍यापी जन संवाद कार्यक्रम को सम्‍बोधित करते हुए बतौर मुख्‍य अतिथि कही। विधायक जय चौबे ने आगे कहा कि प्रतिवर्ष तकरीबन 1 लाख बच्‍चे देश से गायब हो रहे हैं, यह हमारे लिए जिन्‍ता का विषय है। इस बात को हमें ध्‍यान देना है कि आखिर वह ऐसा कौन सा व्‍यक्ति है जिसके निर्देशन में ड्रग्‍स वितरण, अंग प्रत्‍यारोपण और देह व्‍यापार के लिए मानव ट्रैफिकिंग की जा रही है। ऐसे लोगों से निबटने के लिए शिक्षित समाज की जरुरत है।

विशिष्‍ट अतिथि के रुप में उपस्थित मुख्‍य विकास अधिकारी बब्‍बन उपाध्‍याय ने कहा कि इस समय सरकार के द्वारा ऐसी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिससे हमारा समाज शिक्षित हो। समाज को शिक्षित करने के लिए बेसिक शिक्षा से लेकर उच्‍च शिक्षा स्‍तर तक योजनाएं चल रही हैं, जो समाज के लिए महत्‍वपूर्ण हैं। कन्‍या सुमंगला योजना के जरिए बालिकाओं को शिक्षित करने की योजना चल रही है। जब हमारी बालिका शिक्षित होगी तो वह कहीं भटकेगी नहीं, ऐसे में वह ट्रैफिकिंग के जाल में नहीं फंसेगी। इस अवसर पर बाल कल्‍याण अधिकारी महेश गुप्‍ता ने कहा कि हर बच्‍चे को अपना बच्‍चा समझकर गाइड करें। तभी हम इस राष्‍ट्रव्‍यापी समस्‍या से निबट सकते हैं। जिला बाल कल्‍याण समिति के अध्‍यक्ष अमित उपाध्‍याय ने कहा कि 80 प्रतिशत मामले में हम देखते हैं कि बाल दुर्व्‍यापार में कोई नजदीकी व्‍यक्ति ही सम्मिलित होता है। इसलिए जरुरत है कि बच्‍चों को हम इस बात की जानकारी दें कि वे ऐसे लोगों के मनोविज्ञान को किस प्रकार से समझें।

वन स्‍टाप सेण्‍टर की मैनेजर रितुका दुबे ने कहा कि किसी भी बालिका, किशोरी और युवती के मन की बातों को समझना बहुत ही जरुरी होता है। जब हम उनकी बातों को नहीं समझते हैं तो वे गलत रास्‍तों पर चल देती हैं और ट्रैफिकिंग जैसी समस्‍या का शिकार होती हैं। इससे पूर्व मानव सेवा संस्‍थान के धर्मेन्‍द्र सिंह ने बाल दुर्व्‍यापार के बारे में विस्‍तार से बताते हुए विषय प्रवर्तन किया। अन्‍त में कार्यक्रम के आयोजक तथा ग्रामीण सेवा संस्‍थान के अध्‍यक्ष प्रद्युम्‍न कुमार मिश्रा ने आए हुए सभी लोगों के प्रति धन्‍यवाद ज्ञापित किया। संचालन का कार्य मानव सेवा संसथान के जितेन्‍द्र शुक्‍ला ने किया। इस अवसर पर बाल कल्‍याण समिति की शाहिदा, भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्‍यक्ष सतविन्‍दर पाल सिंह जज्‍जी, विधायक प्रतिनिधि अवधेश सिंह, वरिष्‍ठ भाजपा नेता दयाराम,  ग्राम प्रधान अमरेश सिंह उर्फ कल्‍लू सिंह, मानव सेवा संस्‍थान के रोहन सिंह, ग्रामीण सेवा संसथान के अजय सिंह, विभिन्‍न गांवों के प्रधान महेन्‍द्र कुमार , प्रहलाद मौर्या, सिन्धु कुमार, अनीता, फूलमती, आरती देवी, प्रमिला देवी आदि लोग उपस्थित रहे।







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