पूरे देश में नागरिकता कानून और एनआरसी का हो रहा है विरोध - देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव

केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा कथित रूप से लागू दोहरी कानून व्यवस्था बेहद शर्मनाक - देवेन्द्र


21 जनवरी को 'संविधान बचाओ शांति मार्च' निकालेगी कांग्रेस 



बस्ती।  वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व प्रदेश सचिव देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने मालवीय रोड स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि पूरे देश में नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध हो रहा है। केन्द्र सरकार की हठवादिता से आजिज कई राज्यों ने इसे लागू करने से मना कर दिया है। एनडीए के घटक दलों में शामिल नीतीश कुमार ने भी अपनी मंशा साफ कर दी है, बावजूद इसके भाजपा नेताओं ने सबक नही लिया। असम में 19 लाख लोगों का नागरिकता से वंचित होने और देशव्यापी विरोध को दरकिनार कर भारतीय जनता अपनी जिद पर कायम है। जबकि महगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, दोहरी कानून व्यवस्था, आपराधिक घटनायें पिछले कई सालों का रिकार्ड तोड़ रही हैं। उत्तर प्रदेश सरकार खुद एफआईआर दर्ज कर रही है, खुद विवेचना कर रही है और खुद ही ट्रायल भी कर रही है। नागरिकता कानून के विरोध में हुये प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा मामलों में बेकसूर लोगों को टारगेट किया जा रहा है।


उन्होंने कहा केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा कथित रूप से लागू दोहरी कानून व्यवस्था बेहद शर्मनाक है। विरोध लोकतंत्र की आत्मा है, और मौजूदा सरकार जिस तरह की दमनात्मक कार्यवाही कर रही है ऐसे माहौल में स्वस्थ लोकतंत्र की कल्पना नही की जा सकती।  एफआईआर दर्ज करने के बाद सरकार खुद ही फैसले ले रही है तो कोर्ट की क्या जरूरत। कांग्रेस नेता एवं संविधान बचाओं शांति मार्च के संयोजक देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने सीएए और एनआरसी के विरोध तथा उपरोक्त सवालों को लेकर 21 जनवरी को प्रस्तावित संविधान बचाओ शांति मार्च का खाका खींचते हुये कहा कि प्रदर्शन पूरी तरह शांितपूर्ण होगा। इसमें हजारों कांग्रेसी और समान विचारधारा के लोग शामिल होंगे। मौजूदा सरकार की नाकामियां गिनाते हुये कांग्रं्रेस नेता ने कहा भाजपा की रैलियों में पार्टी कार्यकर्ता और स्कूली बच्चे दिख रहे हैं। जनता उनसे नही जुड़ रही है।
जनता महगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महिलाओं संग हो रहे दुराचार और ताबड़तोड़ हो रहे जघन्य अपराधों से आजिज आ चुकी है। इन मुद्दों से देश का ध्यान हटाने के लिये सीएए और एनआरसी का मुद्दा गरम कर दिया गया। जनता परिवर्तन चाहती है और कांग्रेस इसका माध्यम बनेगी। उन्होने यह भी कि समूचा विपक्ष गायब है केवल कांग्रेस ही जनता की आवाज उठा रही है और सभी मुद्दों पर सदन से लेकर सड़क तक संघर्ष कर रही है।


पत्रकारों के यह पूछने पर कि जनता कांग्रेस का साथ क्यों दे। उन्होने कहा कांग्रेस ने कभी अपनी योजनाओं में हिन्दू मुसलमान नही ढूढ़ा। सबके लिये समान रूप से काम किया। जाति और धर्म के आधार पर जनता को बांटने की नीतियों पर कांग्रेस कभी नही चली। इसलिये जनता कांग्रेस का साथ देगी और परिवर्तन होगा। इसकी शुरूआत 2022 में उत्तर प्रदेश से होगी। एक अन्य सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो सीएए कानून रद किया जायेगा और एनआरसी लागू नही होगी।  पत्रकार वार्ता में बस्ती जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा। सिद्धार्थनगर जिलाध्यक्ष काजी सुहेल अहमद ने शांति मार्च की ऐतिहासिक सफलता का दावा करते हुये कहा कि जाति धर्म से ऊपर उठकर हजारों लोग इसमें शामिल होंगे। ज्ञानेन्द्र पाण्डेय, कल्लन उर्फ मो. युसुफ, दुर्गेश त्रिपाठी, चन्द्रदेव पाण्डेय सहित कई लोग मौजूद थे।


 


 


 


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