गैर संचारी रोगों की खोज में जुटी 261 आशा कार्यकर्ताओं की टीम

गैर संचारी रोगों के रोगियों की पहचान के लिए जिले में चलाया जा रहा है अभियान-सीएमओ

- 15 कम्‍यूनिटी हेल्‍थ आफिसर कर रहे हैं आशा कार्यकर्ताओं की निगरानी

जितेन्द्र पाठक, संवाददाता

संतकबीरनगर। गैर संचारी रोगियों की खोज में जिले की 261 आशा कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। ये आशा कार्यकर्ता अपने हेल्‍थ एण्‍ड वेलनेस सेण्‍टर व स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र के परिक्षेत्र में आने वाले गावों के लोगों के बीच फैले गैर संचारी रोगों की पहचान करेंगी। सीएमओ डॉ हरगोविन्‍द सिंह ने बताया कि गैर संचारी रोगों के रोगियों की पहचान के लिए जिले में अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान आगामी 15 फरवरी तक चलाया जाएगा। इसके लिए जिले के 15 हेल्‍थ एण्‍ड वेलनेस सेण्‍टर पर 15 कम्‍यूनिटी लेबल आफिसर्स की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं 17 अतिरिक्‍त पीएचसी व 1 अरबन पीएचसी के परिक्षेत्र में भी वहां के चिकित्‍सकों के निर्देशन में यह कार्यक्रम चल रहा है। इस स्क्रीनिंग के दौरान खास तौर से मधुमेह, उच्च रक्तचाप एवं कैंसर जैसी बीमारियों की जांच की जा रही है, साथ ही समुदाय आधारित मूल्यांकन प्रपत्र भरा जा रहा है । इसे गैर संचारी रोग पोर्टल पर भी अपलोड किया जाएगा। डीसीपीएम संजीव सिंह ने बताया कि गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिए जरुरी है कि गैर संचारी रोगों को लेकर चलाए जा रहे इस अभियान को जनहयोग मिले। यह अभियान गत 16 फरवरी से जनपद में चल रहा है और सम्‍बन्धित क्षेत्रों की 271 आशा कार्यकर्ता फोल्‍डर बना रही हैं। 

फैमिली फोल्‍डर बनाए जाएंगे

हर स्‍वास्‍थ्‍य इकाई / हेल्‍थ एण्‍ड वेलनेस सेण्‍टर के परिक्षेत्र में एक आशा कार्यकर्ता के द्वारा कुल 200 फैमिली फोल्‍डर बनाए जाएंगे। आशा कार्यकर्ता हर परिवार के 30 वर्ष से उपर की आयु के व्‍यक्तियों का फोल्‍डर बना रही हैं । इस फोल्‍डर में परिवार के सदस्‍यों की आयु, बीमारियों तथा ब्‍लड प्रेशर, सुगर तथा अन्‍य गैर संचारी रोगों तथा उसके लक्षणों का ब्‍योरा दर्ज किया जा रहा है। उन्‍हें आशा कार्यकर्ता स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र जाने की सलाह देगी, साथ ही सारा डाटा एकत्रित करके गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को इलाज के लिए हायर सेण्‍टर भेजा जाएगा।

इन गैर संचारी रोगों पर है जोर

डीसीपीएम संजीव सिंह ने बताया कि जिन गैर संचारी रोगों पर विशेष ध्‍यान दिया जा रहा है उनमें मधुमेह रोग, हृदय रोग, गुर्दे की बीमारी, मोतियाबिन्‍द, अल्‍जाइमर, हाई ब्‍लड प्रेशर, लकवा, कैंसर, पर्किंसन व अन्‍य बीमारियां शामिल हैं। ये वे रोग हैं जो सीधे एक व्‍यक्ति के शरीर से दूसरे व्‍यक्ति के शरीर में नहीं जाते हैं, बल्कि व्‍यक्ति के शरीर में धीरे धीरे जन्‍म लेते हैं।

संयुक्‍त निदेशक ने किया अभियान का निरीक्षण

संयुक्‍त निदेशक डॉo आर के तिवारी ने खलीलाबाद ब्लाक क्षेत्र में चल रहे गैर संचारी रोग अभियान का निरीक्षण किया तथा आशा कार्यकर्ताओं,  हेल्‍थ एण्‍ड  वेलनेस सेण्‍टर के कर्मियों के साथ ही कम्‍यूनिटी हेल्‍थ आफिसर को विविध दिशा निर्देश दिया। इस दौरान उन्‍होने कहा कि यह एक राष्‍ट्रीय कार्यक्रम है, इसको पूरी ईमानदारी और कर्तव्‍य निष्‍ठा के साथ पूरा करें। प्राप्‍त किए गए प्रशिक्षण के आधार पर ही डाटा भरें, ताकि फिट इण्डिया की सरकार की संकल्‍पना को साकार किया जा सके।

 



 खलीलाबाद ब्‍लाक क्षेत्र में गैर संचारी रोगी खोज अभियान का निरीक्षण करते हुए संयुक्‍त निदेशक डॉ0 आर0 के0 तिवारी

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