नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ वाम दलों का प्रदर्शन

किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल रहा मौजूद
बस्ती । नागरिकता संशोधन कानून और एन.आर.सी. को रद्द किये जाने की मांग को लेकर वाम दलों ने राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर गुरूवार को लोहिया मार्केट स्थित शिविर कार्यालय से का. के.के. तिवारी, का. अशर्फीलाल, का. वीरेन्द्र प्रताप मिश्र, रामलौट, रामगढी चौधरी, राजनारायण मिश्र के नेतृत्व में जुलूस निकालकर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करने का प्रयास किया किन्तु बड़ी संख्या में उपस्थित पुलिस बल ने न्याय मार्ग पर ही उन्हें रोक लिया। सरकार विरोधी नारेबाजी, कड़े प्रतिरोध के बीच राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि उप जिलाधिकारी सदर को सौंपा गया।
लोहिया मार्केट स्थित वाम दलों के कार्यालय पर दोपहर तक भारी पुलिस बल मौजूद रहा और अनहोनी की आशंका बनी रही। नेताओं ने एक स्वर से कहा कि एनआरसी की आड़ में दमन को स्वीकार नहीं किया जायेगा और जन विरोधी कानून स्वीकार्य नहीं है। नेताओं ने कहा कि यह कानून भारतीय संविधान की मूल भावना, धर्म निरपेक्षता के विरूद्ध है। इसके विरूद्ध अनवरत चरणबद्ध ढंग से संघर्ष जारी रहेगा।
नागरिकता संशोधन कानून को रद्द किये जाने की मांग को लेकर हुये विरोध प्रदर्शन में मा.क.पा., भा.क.पा., भा.क.प. (माले), भाकपा स्वराज के पदाधिकारी, कार्यकर्ता  मुख्य रूप से सत्यराम, शेषमणि, सियाराम सोनकर, धु्रवचन्द्र, अनवरफसी, श्यामू, पूनम, लक्ष्मी पाण्डेय, संगीता निषाद, नीलम, नीलू गौड़, विफईराव, गंगाराम सोनकर, कृष्णा चौधरी, मिसलावती, लालता, रामजी गुप्ता, इरफान खान, गुडिया, राबिया खातून, राजेन्द्र प्रसाद, रामशंकर, हीरालाल, वंदना चौधरी, राममिलन, श्याम मनोहर, नरसिंह भारद्वाज, दिलीप, रामसूरत, चम्पादेवी, अरमान, शाहिद, नन्दू, राजेन्द्र यादव, ऊषा देवी, अनारा, रामतौल, शीतला, प्राणपति, कलावती, विजय लक्ष्मी के साथ ही बड़ी संख्या में कामरेड शामिल रहे ।



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