बस्ती । डेंगू से बचाव के लिये प्रत्येक चिकित्सालय में फीवर हेल्प डेस्क स्थापित किया जायेगा। उक्त जानकारी जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने दिये है। उन्होने कहा कि डेस्क पर स्थापित कर्मचारी चिकित्सालय में इलाज के लिये उपलब्ध सुविधाओं के साथ-साथ तीमारदारों को डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण की जानकारी देगा। उन्होने निर्देश दिया कि डेंगू की पुष्टि के लिये खून का नमूना सेन्टीनल सर्विलेंस लैब अवश्य भेजा जायेगा तथा एलाईजा विधि से जाॅच की जायेंगी। धनात्मक रिपोर्ट आने पर ही इलाज शुरू किया जायेंगा। इसकी रिपोर्ट मुख्यालय प्रेषित की जायेगी। उन्होने कहा कि डेंगू एवं चिकुनगुनिया रोगियों का उपचार ट्रीटमेन्ट प्रोटोकाल के अनुसार किया जाये। स्वास्थ्य विभाग रैपिड़ रिस्पान्स टीम गठित करेगा जो सी.एच.सी./पी.एच.सी. स्तर पर भी कार्य करेगा। नगर निकाय साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जल भराव रोकने की कार्यवाही करेंगा, ताकि मच्छर न पैदा हो सके। साथ ही शुद्ध पेयजल भी व्यवस्था करेंगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि विद्यालयों में अनुपस्थित छात्र-छात्रा यदि बुखार से पीड़ित है तो इसकी सूचना तत्काल सी.एम.ओं. को दें। प्रार्थना एवं एसेम्बली स्थल पर डेंगू से रोकथाम एंव अन्य रोगों से बचाव की जानकारी देंगे। सभी छात्र-छात्रा फुल आस्तीन की कपड़े पहने। उन्होने निर्देश दिया है कि मलिन बस्तियों, गाॅव, स्कूल एवं आगनबाड़ी केन्द्रो के पास जल भराव की स्थिति न होने दें। पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास, बाल विकास, सिचाई, कृषि, वन विभाग सुनिश्चित करायेंगा कि जल भराव न होने पाये। यदि जल भराव हो तो उसकी सफाई करा दें एवं मिट्टी का तेल डलवाने की व्यवस्था करें। स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए फाॅगिंग/लारवासाइडिल स्प्रे कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि स्वास्थ्य विभाग के साथ सभी विभाग समन्वय करते हुए डेंगू से बचाव एवं रोकथाम के लिए संयुक्त प्रयास करें।